रिसीवर इन कैनाल (RIC) – आरआईसी कान की मशीन

जब किसी व्यक्ति की उम्र अधिक हो जाती है या फिर किसी अन्य समस्या के कारणवश आपके कान में विकार उत्पन्न हो जाता है और आपको स्थायी रूप से कम सुनाई देने लगता है। तब डॉक्टर आपको कान की मशीन की सलाह देते है। आरआईसी कान की मशीन का ही एक प्रकार है। जो आपकी श्रवण हानि की समस्या में आपकी सहायता करती है और आपको ध्वनियों को स्पष्ट रूप से सुनने में मदद करती है।

अगर आप कान संबंधी किसी भी समस्या का समाधान या फिर कम कीमत पर कान की मशीन ख़रीदना चाहते है तो 1800-121-4408 (निःशुल्क ) पर हमसे संपर्क करें।

तो आइये अब यह जानते है की क्या है आरआईसी कान की मशीन? और यह कैसे काम करती है? साथ ही इससे होने वाले सभी लाभ क्या-क्या है? और इसमें पायी जाने वाली खामियों के बारे में भी जानिए

आरआईसी कान की मशीन क्या है?

“रिसीवर इन कैनाल” (Receiver In Canal) या आरआईसी कान की मशीन (हियरिंग ऐड) आकार में बड़ी होती है। इसलिए यह आपके कान के अंदर न लग कर कान के पीछे की तरफ लगायी जाती है। साथ ही इसमें एक रिसीवर जुड़ा होता है। जो की मशीन से आने वाली तीव्र ध्वनि को आपके कान में भेजता है। यह रिसीवर सीधे आपके कान की नलिका के भीतर लगाया जाता है, जिससे की आपको सुनाई देता है। यह रिसीवर अलग-अलग आकर (साइज) में उपलब्ध होता है, इसलिए यह अलग अलग तीव्रता वाली ध्वनि प्रदान करता है।

आरआईसी कान की मशीन
आरआईसी कान की मशीन

यह उपकरण इस्तेमाल में आसान, आरामदायक और पहनने में सुविधाजनक होता है। चूँकि, रिसीवर और ध्वनिग्राही (माइक्रोफोन) माइक्रोफोन दोनों एक साथ न होकर अलग-अलग होते है, इसलिए यह कान की मशीन प्रतिक्रिया देने (सीटी की ध्वनि आना) जैसी समस्या उत्पन्न नहीं करती है। यह रिसीवर एक छोटे तार के सिरे पर जुड़ा होता है। इसलिए ध्वनि को कम दूरी तय करनी होती है, और ध्वनि-संचरण हानि भी कम होती है। यही वजह है की इस सुनने की मशीन में कम ऊर्जा की खपत होती है। और आपको बेहतर गुणवत्ता की ध्वनि सुनाई देती है।

क्या आरआईसी (RIC) मशीन आरआईटीई (RITE) से अलग है?

आरआईसी (रिसीवर इन कैनाल) और आरआईटीई (रिसीवर इन द इयर) इन दोनों ही प्रकार की कान की मशीन में एक रिसीवर तार के अंतिम सिरे से जुड़ा होता है। और यह रिसीवर सीधे कान में रखा जाता है। इसीलिए “आरआईसी” (RIC) प्रकार की मशीन को “आरआईटीई” (RITE) भी कहते है। चूँकि, दोनों ही प्रकार के उपकरणों (डिवाइस) का आकार-प्रकार व सुविधाएं सामान होती है। फिर भी यह दोनों कान की मशीन (kan ki machine) सिर्फ इनके रिसीवर के लगने की स्थिति के वजह से अलग-अलग होती है।

आरआईसी और आरआईटीई कान की मशीन
आरआईसी और आरआईटीई कान की मशीन

आरआईसी (Receiver In Canal) में छोटा रिसीवर सीधे कान की नलिका में अंदर लगता है। वहीं आरआईटीई (Receiver In The Ear) में रिसीवर आपके बाहरी कान की घुमावदार संरचना (पिन्ना) में समा जाता है। और इस रिसीवर की लम्बी नली कान में अंदर की ओर जाती है। इसलिए इन दोनों मशीनो को, निर्माताओं द्वारा लगभग सामान ही माना गया है, सिर्फ इनका नाम ही अलग है।

आरआईसी कान की मशीन की विशेषताएँ

आरआईसी (RIC) प्रकार की कान की मशीन को दो मुख्य भागों में विभजित किया गया है। एक हिस्सा जो की आपके कान के पीछे प्रयुक्त होता है, जिसमे माइक्रोफोन (ध्वनिग्राही), तथा एम्पलीफायर (ध्वनि की तीव्रता को बढ़ाने वाला) होता है। और दूसरा भाग जिसमे की रिसीवर होता है। यह रिसीवर एक तार के माध्यम से कान के पीछे वाले हिस्से से जुड़ा होता है। यह मॉडल कान के पीछे लगने वाले उपकरण बीटीई (BTE) से छोटे आकार का होता है। पर इस्तेमाल में आसान और कई सुविधाओं (फीचर्स) से युक्त होता है।

RIC hearing aids

इस उपकरण में उच्च तकनिकी क्षमता जैसे की “वायरलेस कनेक्टिविटी” (बिना तार द्वारा अन्य उपकरणों से जुड़ने की सुविधा) होती है। जिससे की यह आपके टीवी, स्मार्टफोन आदि अन्य यंत्र से जुड़ सकता है। इसमें इस्तेमाल की जाने वाली बैटरी (Battry) आकार 10 (पीला रंग), आकार 312 (भूरा रंग) या आकार 13 (नारंगी रंग) की होती है। आकार 10 बैटरी का विशिष्ट जीवनकाल 3-5 दिनों के बीच होता है। आकार 312 बैटरी 5-7 दिनों के बीच, और आकार 13 बैटरी का 10-14 दिनों के बीच होता है। यह प्रतिदिन प्रयोग किये जाने वाले जाने वाले घंटे की अवधि, उपकरण की तकनीक (टेक्नोलॉजी) और श्रवण-हानि (हियरिंग लॉस) के स्तर के आधार पर भिन्न हो सकता है।

RIC की कुछ मुख्य विशेषताएँ इस प्रकार है –

  • यह छोटे व अत्यंत छोटे (नैनो) अकार में भी मिलती है।
  • रिसीवर के सिवा अन्य सभी पुर्जे (पार्ट्स) एक सांचे में होते है।
  • यह साँचा कान के पीछे प्रयुक्त होता है और रिसीवर कान में।
  • इस यंत्र से ध्वनि छोटे रिसीवर के माध्यम से कान में जाती है।
  • यह मशीन कान पर बहुत ही आसानी से लगाई जा सकती है।
  • यह आरामदायक है क्योंकि यह वजन में बेहद हल्की होती है।
  • सामान्यतः यह कान की मशीन किसी की नजर में नहीं आती है।
  • इसे निम्न से गंभीर स्तर तक की श्रवण-हानि में प्रयोग किया जाता है।
  • कई रंगों में उपलब्ध होने से यह आपके त्वचा के रंग से भी मिलते है।
  • यह अपनी उम्दा बनावट के कारण बिलकुल अद्रश्य होता है।
  • यह आईआईसी व सीआईसी प्रकार की मशीनों से भी छोटा होता है।
  • RIC इस्तेमाल में आसान तथा बेहद आरामदायक श्रवण उपकरण है।

आरआईसी कान की मशीन के लाभ

इस प्रकार की कान की मशीन में पतली प्लास्टिक वाली नलिका से जुड़ा छोटा, मुलायम रिसीवर होता है। जो की कान के पीछे लगने वाले हिस्से से दूर होता है, और आपके कान के अंदर ही रखा जाता है। यह आपको कान बंद (clogged) होने का एहसास नहीं (nahi) कराता है। जिससे की आपका कान अन्य प्राकृतिक ध्वनियों को भी मशीन से आने वाली ध्वनि के साथ ही सुनता है। और आपको अपने कान में कोई उपकरण लगे होने का एहसास भी नहीं होता है।

अन्य कान की मशीन की तुलना में इसमें प्रतिक्रिया देने (सीटी की आवाज आने) की समस्या कम होती है। चूँकि आपके कान इसके उपयोग पर भी खुले रहते है। तो आपको ध्वनियाँ ज्यादा साफ़ और बेहतर सुनाई देती हैं। और आपके श्रवण में सुधार भी होता है। यह उपकरण की क्षमता को बढ़ाने की सुविधा भी प्रदान करती है। जिससे की आने वाले भविष्य में अगर आपकी सुनने की समस्या और अधिक गंभीर हो जाये तब भी आपको इसे बदलने की जरुरत नहीं होती है।

इस उपकरण से होने वाले कुछ मुख्य फायदे इस प्रकार हैं –

  • यह यंत्र अतिरिक्त ध्वनियों को आपके कान से बाहर निकल जाने देता है
  • आपको अपनी खुद की आवाज की प्रतिध्वनि सुनाई नहीं पड़ती है।
  • इसमें छोटे, तथा आसानी से नजर में न आने वाले हिस्से होते है।
  • इसकी नलिका पारदर्शी तथा मुश्किल से नजर आने वाली होती है।
  • इसमें लगने वाली बड़ी बैटरी लम्बे समय तक उपयोग करने के लिए है।
  • यह उपकरण की क्षमता को घटाने व बढ़ाने की सुविधा प्रदान करता है।
  • इसे किसी भी प्रकार की श्रवण-हानि में प्रयोग किया जा सकता है।
  • सभी आकार के रिसीवर जो की आसानी से आपके कान में समा जाते है।
  • दोहरे ध्वनिग्राही जो की ध्वनि को अधिक शोर में भी पहचान लेते है।
  • यह वायरलेस सुविधा द्वारा बिना तार के ही दूसरे यंत्रों से जुड़ सकता है।
  • यह “टेलीकॉल” या फ़ोन पर बात करने में सुविधा से भी युक्त होता है।

आरआईसी कान की मशीन की सीमायें

  • आपको  कान बंद या कान में खुजली की समस्या हो सकती है।
  • एक निश्चित समय बाद इसे मरम्मत की आवश्यकता होती है।
  • RIC कान के अंदर पूरी नहीं समाती, इसलिए दिखाई दे सकती है।
  • अन्य श्रवण-यंत्रों की तुलना में यह अधिक कीमत वाला होता है।
  • यह कम बुद्धिमत्ता और सीमित दृष्टि के व्यक्ति की मदद नहीं कर सकता है।
  • कान के मैल, धूल, पसीना, नमी आदि से इनका रिसीवर ख़राब हो सकता है।
  • इसके रख-रखाव व साफ-सफाई का अधिक ध्यान रखना पड़ सकता है।
  • इसमें बाहरी कान द्वारा प्रदान प्राकृतिक ध्वनि का नुक्सान हो सकता है,
  • आपको आगे या पीछे से आने वाली ध्वनि पहचान ने में कठिनाई हो सकती है।
  • फ़ोन पर लम्बी बातचीत के दौरान आपको असुविधा हो सकती है।

आरआईसी / आरआईटीई की कीमत क्या है?

यह सबसे अहम् सवाल है कि इस उपकरण के लिए आपको कितना खर्च करना पड़ेगा? तो हम आपको बता दें की मानक आरआईसी (RIC) कान की मशीन की कीमत (प्राइस) बाजार में उपलब्ध अलग-अलग मॉडल और कंपनी के अनुसार भिन्न हो सकती है। यह लगभग 25000 रुपए प्रति नग से 250000 रुपए प्रति नग (यूनिट) तक होता है। ज्यादातर कान की मशीन के निर्माता आरआईसी श्रवण-यंत्रों (shravan yantr) में विभिन्न प्रकार के रिसीवर प्रदान करते हैं। जिससे इसकी कीमत में थोड़ा बहुत अंतर भी हो सकता है।

निष्कर्ष व परिणाम

बाजार में पायी जाने वाली नवीनतम और आधुनिक तकनीक से युक्त विस्तृत प्रकार की कान की मशीन में से अपने लिए इस सही उपकरण को चुनना एक बेहद ध्यान देने योग्य और अहम् फैसला है। ऐसे में आपको थोड़ी सी खोजबीन तो करनी ही पड़ेगी साथ ही किसी भी कान की मशीन को दूसरों के साथ तुलना करने के बाद ही आप अपनी जरुरत और बजट के अनुसार एक सटीक कान की मशीन खरीद सकते है। जिसे इस्तेमाल करने पर आप बेहतर सुने व स्वस्थ रहें।

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